These big changes will happen in Nifty Bank due to the new rules of SEBI – निफ्टी बैंक के लिए सेबी के नए नियमों और शेयरों पर इसके प्रभाव के बारे में जानें

 These big changes will happen in Nifty Bank due to the new rules of SEBI

 These big changes will happen in Nifty Bank due to the new rules of SEBI
These big changes will happen in Nifty Bank due to the new rules of SEBI – निफ्टी बैंक के लिए सेबी के नए नियमों और शेयरों पर इसके प्रभाव के बारे में जानें

घरेलू स्टॉक मार्केट में आज भी काफी उठा-पटक के बीच स्टॉक मार्केट में भी काफी उठा-पटक चल रही है। मार्केट सर्टिफिकेट क्रिप्टोज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को लागू करने के लिए लेकर सरकरोल जारी किया है, जिसमें कंपनी के बैंक शेयरहोल्डर भी शामिल हैं। सेबी के सरकुलर में कहा गया है कि किसी भी स्टॉक में सबसे अधिक वेटेज वाले स्टॉक्स का अधिकतम वेटेज 33% से 20% कर दिया जाएगा। वहीं टॉप के तीन शेयरों का कुल मिलाकर वेटेज 45% से ज्यादा नहीं हो गया। अभी इसकी अधिकतम सीमा 62% है। इसके अलावा नॉन-बेंचमार्क वाले जिन स्टाक के डेरिवेटिव क्लैंचल्स की ट्रेडिंग होती है, इसमें कम से कम 14 स्टॉक होने चाहिए। अभी मॅडिकल बैंक में 12 स्टॉक हैं।

बदलावों का निफ्टी बैंक पर क्या असर होगा?

30 सितंबर तक मियामी बैंक का वेटेज 28.49%, आईसीआईसीआई बैंक का 24.38%, और एसोसिएट्स का 9.17% था। कोटक महिंद्रा बैंक (8.97%) और एक्सिस बैंक (8.78%) भी टॉप के पांच शेयरों में शामिल हैं। अब सर्कुलर के अनुसार, डेमोक्रेट बैंक में किसी स्टॉक का अधिकतम वेटेज 33% से 20% तो टॉप के तीन शेयरों के कुल वेटेज को 62% से कम करके 45% कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि सुपरमार्केट वाले टॉप के तीन स्टॉक- सुपरमार्केट बैंक (एचडीएफसी बैंक), सुपरमार्केट बैंक (आईसीआईसीआई बैंक) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया-एसबीआई) का वेटेज मार्केट वाले बैंक में धीरे-धीरे गिरावट आएगी।

वहीं यस बैंक (यस बैंक), इंडियन बैंक (इंडियन बैंक), बैंक ऑफ इंडिया (यूनियन बैंक ऑफ इंडिया) और बैंक ऑफ इंडिया (बैंक ऑफ इंडिया) भी इसमें शामिल हो सकते हैं। यह समायोजन 31 मार्च 2026 तक चार चरण में और पहला चरण दिसंबर 2025 तक पूरा होगा।

ब्रोकरेज फर्म का कैलकुलेशन क्या है?

डोमेस्टिक ब्रोकरेज फर्म नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटिव रिसर्च के मुताबिक, प्रवेश द्वार से यस बैंक में $10.47 करोड़ और भारतीय बैंक में $7.23 करोड़ का निवेश हो सकता है। वहीं मैकेनिकल बैंक में अगर चार स्टॉक शामिल हैं तो यस बैंक में 10.77 करोड़ डॉलर, इंडियन बैंक में 7.43 करोड़ डॉलर, यूनियन बैंक में 6.77 करोड़ डॉलर और बैंक ऑफ इंडिया में 4.15 करोड़ का निवेश हो सकता है।

निवेशकों के चाल की बात करें तो यूनियन ऑफ इंडिया के शेयर 4% से ज्यादा तो बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और यस बैंक में 1.5%-2.5% तक की तेजी आई। वहीं मॅडिकल बैंक के स्टॉक्स की बात करें तो इसमें 12 स्टॉक्स में से एयू बैंक, कॅचेज बैंक, मॅक्सेड बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक को छोड़ बाकी सभी स्टॉक्स आज हरे हैं। जो स्टॉक्स ग्रीन हैं, उनमें 4% तक की तेजी आई है तो जो रेड जोन में हैं, उनमें 1% तक की गिरावट आई है।

डिस्क्लेमर: Cofanews.in पर दिए गए सलाह या विचार परिसंपत्ति/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या वेबसाइट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। निवेशकों को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा के लिए निवेशक को मनीकंट्रोल की सलाह लें।

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