Shani Dev
शनि देव: शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनि व्यक्ति को उसके कर्म, विचार और वाणी के आधार पर फल दिया जाता है। शनि (शनि देव) एक शक्तिशाली देवता हैं जो व्यक्ति को बुरी नजर और बाधाओं से मुक्ति दिलाते हैं। शनि ग्रह की सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं।
शनि ग्रह एक राशि पर वर्ष तक रहता है। वैदिक ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति के जीवन में शनि की ढैय्या या साढ़े साती आती है।
इस समय शनि कुम्भ राशि में नक्षत्र हैं, कुम्भ राशि में राशि चक्री (शनि वक्री) अवस्था में हैं। जिस कारण से कुछ समुद्र तटों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ को इन निवेशकों से राहत भी मिल सकती है। 15 नवंबर से शनि अपनी चाल कुम्भ राशि में वक्री से मार्गी हो जायेंगे।
शनि मार्गी 2024
वर्ष 2024 में शनि मार्गी (शनि मार्गी) जिन राशियों का कल्याण करेंगे वो हैं- वृषभ, कुंभ और मिथुन राशि। शनि की स्थिर चाल में शनि के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। शनि की स्थिर चाल से इन शेयरों को बिजनेस, लाभ और धन संपदा में काफी फायदा होगा। वैवाहिक जीवन सुखमय की संभावना है और संत पक्ष होने से भी कुछ शुभ समाचार मिल सकता है। रुके हुए काम करना. कोर्ट के दस्तावेजों से संबंधित मामले यहां उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं और मानसिक तनाव से भी राहत मिल सकती है। मन शांत रहेगा. हर कार्य में सफलता का संयोग बनता है।
शनिदेव को कैसे अर्पित करें?
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- पीपल के पेड़ की पूजा करके अन्य राशि वाले भी शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं।
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- हिंदू धर्म में माना जाता है कि काले कपड़े, काले तिल, उड़द की दाल, लोहे के पोछे और ठंडे दान में देने से शनि का शुभ फल मिलता है।
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- वहीं सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाने से भी शनि देव आकर्षित होते हैं।
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- शनि के दुष् प्रभाव से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ हर रोज करना चाहिए।
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- शिव जी को आकर्षित करके भी शनि के प्रकोप से बचाया जा सकता है।
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