फोटो में शिवाजी पार्क का कामथ मेमोरियल क्रिकेट क्लब शोकाज सचिन तेंदुलकर।
मुंबई के शिवाजी पार्क स्थित कामथ मेमोरियल क्रिकेट क्लब में दिग्गज बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर के कोच रमाकांत आचरेकर सर की मूर्ति मिलेगी। यह जानकारी खुद सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को एक सोशल पोस्ट में दी है।
51 साल के पूर्व बल्लेबाज ने शनिवार को एक्स पोस्ट पर एक सेल्फी पोस्ट करते हुए लिखा- ‘मैं उस क्रिकेट जगह की ओर रुख कर रहा हूं जहां से मेरी यात्रा शुरू हुई थी- शिवाजी पार्क में कामथ मेमोरियल क्लब। यहां जल्द ही आचरेकर सर की प्रतिमा के साथ अमर हो जाएगा। यह उस व्यक्ति के लिए एक सच्ची श्रद्धा होगी, जिसने अनगिनत लोगों के जीवन को आकार दिया।’
इस फोटो में सचिन शिवाजी पार्क स्थित कामथ मेमोरियल क्रिकेट क्लब नजर आया।
आचरेकर के पुरस्कार और सम्मान…
- 1990 में उन्हें क्रिकेट कोचिंग के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 2010 में उन्हें भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पैटल द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
- 12 फरवरी 2010 को उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गैरी कर्स्टन द्वारा ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार स्पोर्ट्स इलस्ट्रेटेड द्वारा खेल में विभिन्न स्थानों के लिए दिए गए पुरस्कारों का हिस्सा बताया गया था।
खेल दिवस पर महाराष्ट्र सरकार ने दी मंजूरी
29 अगस्त को खेल दिवस के मौके पर महाराष्ट्र सरकार ने शिवाजी पार्क के गेट नंबर 5 के पास आचरेकर की 6 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसे बनाना नगर निगम की जिम्मेदारी होगी। इस पर सचिन ने कहा था कि आचरेकर सर का मेरे और कई अन्य लोगों के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है। मैं उनके सभी विद्यार्थियों की ओर से बोल रहा हूं। उनका जीवन शिवाजी पार्क में क्रिकेट के स्टूडियो-गिरद फिरते था। शिवाजी पार्क में हमेशा रहेगी उनकी चाहत रही होगी। मैं आचरेकर सर की कर्मभूमि पर उनकी प्रतिमा निर्माण के फैसले से बहुत खुश हूं।
सचिन तेंदुलकर ने यह पोस्ट 2 दिन पहले 29 अगस्त को की थी।
2019 में हुए थे निधन, 14 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार
2 जनवरी 2019 को 87 साल की उम्र में रमाकांत आचरेकर का निधन हो गया। हमारे क्रिकेट सीखने वाले 14 क्रिकेटर भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं। इनमें से एक, सत्यनारायण सोलकर, एकनाथ सोलकर, बल वैज्ञानिक सिंह कार्यशाला, लालचंद राजपूत, चंद्रकांत पंडित, वैद्य आम्रे, विनोद कांबली, समीर दीघे, संजय बांगर, पारस म्हाम्ब्रे, रमेश राव, अजित अगरकर और साईराज बोउले।