मुंबई16 घंटे पहलेलेखक: आशीष तिवारी और नवोन्वेषी त्रिमूर्ति
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90 के दशक की मशहूर अदाकारा रवीना टोन्ड आज 50 साल की हो गई हैं। इस मौके पर उन्होंने डेली भास्कर को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है।
‘मैं किसिंग सीन्स को लेकर कंफर्ट टेबल पर नहीं हूं। मेरी एक पत्रिका है, मैं उसे कभी भी पार नहीं कर सकता। एक फिल्म में मुझे शॉर्ट ड्रैस ग्राफिक्स को कहा गया है। मैंने साफ मना कर दिया। मुझे लगता है कि सुंदर दिखने के लिए छोटे कपड़े ज़रूरी नहीं हैं। फिल्में से चलती हैं, न कि हीरोइनों के छोटे-छोटे परिधानों से।’
रवीना टेलर ने डेली भास्कर पर 50 वें जन्मदिन का विवरण दिया, यह बात कही। 26 अक्टूबर, 1974 को जन्मीं रवीना के करियर में कई प्रस्ताव- प्रस्ताव आए, लेकिन अपने सिद्धांतों से कभी सहमत नहीं हुए।
एक वक्ता रवीना की खूबसूरती के काफी चर्चे थे। यहां तक के पड़ोसी देश पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ भी अनोखे के कायल थे।
रवीना टंडन कभी भी एक्टिंग फील्ड में नहीं आना चाहती थीं। वे आईपीएस बनना चाहते थे। देश की पहली महिला आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी की बहुत बड़ी फैन थीं।
एक दिन उन्हें सलमान खान की अपोजिट फिल्म करने का ऑफर मिला। फिल्म के अंत जी.पी. सिप्पी ने रवीना के पिता को फोन किया था। ये फिल्म थी- स्टोन के फूल। समय था 1991 का. जो लड़की कभी एक्टिंग करना नहीं चाहती थी, वो देखती है 90 के दशक की सबसे बड़ी हीरोइनों में शामिल हो गई थी।
बाल तेल और दो छोटी करके स्कूल जाती रवीना रवीना ने कहा, ‘आप यकीन नहीं करेंगे, बचपन में मैं बहुत मोटी थी। बाल तेल और दो चोटी लेकर स्कूल गया था। किसी को भी एहसास नहीं हुआ कि मैं कभी एक्ट्रेस बनूंगी। मेरे से ज्यादातर मेरा भाई अभिनेत्रियों में रुचि रखता था। मेरा मन अभिनय में नहीं, डायरेक्शन में था।’
इंटर्नशिप करने की आउटलुक, तब सही मायनों में बाहरी दुनिया से परिचय हुआ रवीना ने आगे कहा, ‘जब 8वीं में थी तब पापा को एक फिल्म के लिए असिस्ट किया था। 10वीं के बाद मैं प्रह्लाद कक्कड़ (जाने-माने एलेक्शंस डायरेक्टरी) के अंडर इंटर्नशिप करने लगा। वहां से एलेक्ज फिल्म, प्री और पोस्ट प्रोडक्शन वैलिडिटी लर्निंग को मिलें।
इस दौरान मेरा परिचय बाहरी दुनिया से हुआ। पहली बार ट्रेन और बस में जगह बनाई, लोगों से तलाश-जुलना हुआ। एक तरह से पहली बार मुझे बाहरी एक्सपोजर मिला।’
सहेलियाँ स्टॉकहोम- बस एक फिल्म कर लो, सलमान के साथ फोटो दिलवा दो जब रवीना की फिल्मों में आने का कोई मन नहीं था, फिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने इंडस्ट्री जॉइन कर ली? जवाब में उन्होंने कहा, ‘उस वक्त महेश भट्ट साहब ने अपनी बेटी पूजा भट्ट को लॉन्च किया था। लोग मेरे पापा से भी बोले थे कि अपनी बेटी को लॉन्च करो। हालाँकि, मैं खुद के दम पर काम पाना चाहता था।
मेरे बॉस प्रह्लाद कक्कड़ ने भी कहा था कि तुम कैमरे के पीछे कब तक रुकोगे, आगे की तरफ आना चाहिए। मैं एक के बाद एक ऑफर ठुकराने जा रही थी। तभी मुझे सलमान खान के साथ एक फिल्म स्टोन का फूल ऑफर हुआ।
सलमान उस वक्त ‘मुझे प्यार हो गया’ की वजह से काफी फेमस हो गए थे। मैंने अपने कॉलेज के दोस्तों को बताया कि मुझे सलमान के साथ फिल्म का ऑफर हुआ है। सारी सहेलियाँ ख़ुशी से झूम उठीं और म्यूज़ पर फिल्म साइन करने के लिए टोक्यो बनाईं। आख़िरकार मैंने भी पापा से मिशन ली और फिल्म के लिए बोल दिया।’
सलमान के साथ काम तो कर लिया, लेकिन सेट पर बहुत मेहनत करनी पड़ी रवीना ने बताया, ‘मैं और सलमान सेट पर काफी उतार-चढ़ाव वाले थे। जैसे घर पर भाई-बहन ड्राइवर थे, वैसे ही सेट पर हम दोनों झगड़ते थे। सलमान मेरा बहुत अफ़ग़ान ख़ानदान था। मैं भी एक वकील था और उसकी कुश्ती लड़ी थी। खैर, उस वक्त हम दोनों बचपन के अंदर थे। अब समय के साथ हमारे बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई है।’
सलमान और रवीना की फिल्म स्टोन के फूल (1991) का पोस्टर। रवीना की ये डेब्यू फिल्म थी, जबकि सलमान को 3 साल हो गए थे।
सलमान की तरह रवीना ने भी कभी किसिंग सीन नहीं दिया रवीना टेलर और सलमान खान के बीच एक बात कॉमन है। दोनों ने कभी किसिंग सीन नहीं दिया। इस बारे में रवीना कहती हैं, ‘अच्छा, मुझे नहीं पता था कि सलमान ने कभी भी फिल्म में काम नहीं किया है।
खैर, किसिंग प्रयोगशाला में बहुत सारी व्यक्तिगत चीजें हैं। मैं स्कर्ट पर किसिंग सीन्स को लेकर कंफर्ट टेबल नहीं हूं। अब जिस चीज को लेकर मैं कंफर्टेबल नहीं हूं, वो मैं कभी नहीं करूंगी। मेरी एक पत्रिका है, जिसे मैं कभी भी पार नहीं कर सकता।’
शाहरुख की फिल्म में शॉर्ट ड्रेसेज की झलकियां कही गई हैं रवीना ने आगे कहा, ‘मुझे शाहरुख खान की एक फिल्म में शॉर्ट ड्रेसेज की झलकियां मिली थीं। मैंने साफ मना कर दिया। मैं उस फिल्म का नाम नहीं लेना चाहता।
मुझे लगता है कि सुंदर दिखने के लिए छोटे कपड़े ज़रूरी नहीं हैं। मेकअप और स्टाइल स्टाइल अच्छी होगी, तो नेचुरल अपने आप निखरकर सामने आएंगे। आप स्क्रीन पर कितने भी छोटे कपड़े पहन लो, अगर कहानी में दम नहीं होता तो फिल्म नहीं होती।’
खुली जीप में चलती रहती थी रवीना, रुक कर देखते थे लोग रवीना मोनू खुली जीप में कॉलेज गई थी। जब वो रास्ते से गए तो देखने वालों की लाइन लग गई। रवीना ने कहा, ‘मेरे पास एक महिंद्रा जीप थी, मैं उसी से कॉलेज गई थी। पापा ने मुझे ड्राइविंग सिखाई थी। उन्होंने मुझे गाड़ी से ज्यादा गाड़ी के टूल्स के बारे में जानकारी दी। वे स्टेपनी चांगले करने से लेकर वॉटर कूलेंट और ओवर स्ट्रेंथ सहित कई साड़ी कर्मचारी थे।’
जब एयरफोर्स ने रवीना का नाम नवाज शरीफ को बताते हुए एक मिसाइल को ट्रोल किया 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ। इस युद्ध में एक दिलचस्प घटना घटी थी। असल में, इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान भेजने वाली एक मिसाइल पर रवीना और नवाज शरीफ का नाम लिखा था। उस मिसाइल पर लिखा था- रवीना टंडन से लेकर नवाज शरीफ तक
अब इस मामले के इलेक्ट्रॉनिक्स में मिलते हैं। नवाज़ शरीफ़ ने एक इंटरव्यू में रवीना टेलर की महिमा की थी। उन्होंने रवीना को अपनी पसंदीदा एक्ट्रेस बताया था.
पाकिस्तान पर दागी गई उस मिसाइल की तस्वीरें।
इसे लेकर एक और किस्सा है। कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अपने शहीद का शव मांगा। टैब फ़ोर्से ने प्लांट फ़्रैबल रॉकेट्स बनाया। उन्होंने कहा कि हम शव तो दे देंगे, लेकिन इसके बदले रवीना टंडन और रफीका मछिया को पाकिस्तान सहना पड़ेगा।
आप सेलिब्रिटी हैं, मतलब आपकी गलती ही होगी रवीना ने कहा कि पहले और आज के दौर को देखना तो सेलिब्रिटीज को लेकर जनता और मीडिया का छोटा सा बदलाव है।
उन्होंने साक्षात्कार के अंत में कहा, ‘पहले सेलिब्रिटीज के बारे में अखबारों में कुछ भी प्रभाव दिया गया था।’ आपसे कुछ भी नहीं पूछा गया था। उनकी राय अहम् ही नहीं मानी जाती थी। मन ने कहा कि अगर बंदा सेलिब्रिटी है तो गलती उसी की होगी। आज के दौर में छोटे बदलाव आये हैं। अब सेलिब्रिटीज का भी पक्ष सुना जाता है।’
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‘मैं बहुत आलसी और शर्मिला हूं… लोगों से बिल्कुल पसंद नहीं करता।’ मैं भीड़ में कम्फर्ट टेबल नहीं रहता। सेट पर भी ज्यादा लोगों की जरूरत है तो मैं अनकम्फर्ट टेबल हो जाता हूं।
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