Ratan Tata dies at the age of 86: संसा के मानद रतन नवल टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की जानकारी रविवार (9 अक्टूबर) देर रात जारी की गई। वे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती थे। वे आयुर्विज्ञान प्रयोगशाला से प्रयोगशाला में काम कर रहे थे।
Ratan Tata dies at the age of 86
सोमवार को भी उनके आईसीयू में भर्ती होने की खबर थी। हालाँकि, तब उन्होंने कहा था कि मैं ठीक हूँ, चिंता की बात नहीं है। 2008 में रतन टाटा को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से मिला था। इसके पहले 2000 में उन्हें पद्म रत्न से भी सम्मानित किया गया था।
रतन टाटा के निधन पर टाटा संस के असंतुष्ट एन चन्द्रशेखर ने कहा, ‘हम अत्यंत क्षति की भावना के साथ रतन टाटा को विदाई दे रहे हैं। ग्रुप के लिए टाटा एक चेयरपर्सन कहीं और नहीं था। मेरे लिए वे एक गुरु, मार्गदर्शक और मित्र थे।’
टाटा के सुपरस्टार का…
मोदी-राहुल समेत बिजनेस घरानों ने शोक संवेदना व्यक्त की
नरेंद्र मोदी: टाटा एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यावसायिक घरों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। उनका योगदान बोर्ड रूम से कहीं आगे तक गया।
राहुल गांधी: रतन टाटा दूरदर्शिता वाले व्यक्ति थे। उन्होंने बिजनेस और चैरिटी दोनों पर कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा लैपटॉप के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू: भारत ने एक ऐसे आइकॉन को खो दिया है, जिसने बिकवाली के साथ राष्ट्र निर्माण और फिल्मांकन के साथ उत्कृष्टता का मिश्रण बनाया। पद्म विभूषण और पद्म रत्न टाटा ने टाटा ग्रुप की विरासत को आगे बढ़ाया है।
गौतम अदाणी: भारत ने एक महान और दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है। टाटा ने रिलायंस इंडिया का मार्ग प्रशस्त किया। टाटा सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं थे, उन्होंने करुणा के साथ भारत की भावना को मूर्त रूप दिया।
आनंद महें: मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। श्री टाटा को प्यार नहीं किया जा सकता। क्योंकि महापुरुष कभी नहीं मरते।
रतन टाटा की आखिरी पोस्ट
7 अक्टूबर को कुछ मीडिया में दावा किया गया था कि रतन टाटा ब्रीच कैंडी अस्पताल की इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में भर्ती की गई हैं। उनका ब्लड प्रेशर काफी कम हो गया था। इसके बाद रतन टाटा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बताया था, ‘मैं ठीक हूं और बड़ी उम्र के कारण अस्पताल में चेकअप के लिए गया हूं।’ चिंता की कोई बात नहीं है.’
1990 से 2012 तक ग्रुप के बेटियाँ थीं रतन टाटा 28 दिसंबर 1937 को स्टामिथ रतन टाटा टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते थे। वह 1990 से 2012 तक ग्रुप के ताकतवर थे और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंधविश्वास थे। रतन, टाटा समूह के चैरिटेबल ट्रस्टों के प्रमुख थे।
रतन ने अपनी विरासत को एक नई जगह पर रखा। उन्होंने एअर इंडिया को अपने एम्पीयर में शामिल किया। विदेशी कंपनी फोर्ड की लग्जरी कार ब्रांड लैंडरोवर और जगुआर भी अपने पोर्टफोलियो में शामिल हैं।
रतन टाटा की लाइफ से जुड़ी कुछ दिलचस्प किस्से…