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- पितृ पक्ष 2024, पितृ पक्ष 2024 प्रारंभ तिथि और समय, मृत्यु के निकट अनुभव, मृत्यु के बाद, गरुण पुराण के बारे में तथ्य, मृत्यु के बाद की रस्में
2 दिन पहले
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18 सितंबर से पितृ पक्ष शुरू हो गया है, अब 2 अक्टूबर तक पितरों का श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण किया जाएगा। घर-परिवार के मृत सदस्यों को पितर देव कहते हैं। किसी व्यक्ति के निधन के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में धर्म-कर्म किया जाता है।
मृत्यु के बाद किसी व्यक्ति की आत्मा के साथ क्या-क्या होता है, आत्मा को यमलोक कैसे पहुँचाया जाता है, आत्मा को यमलोक में कितने दिन कहा जाता है, इस्लाम और ईसाई धर्म में आत्मा के बारे में क्या कहा जाता है, इन सभी प्रश्नों के उत्तर के साथ जानें अमेरिका में हुई नीयर डेथ एक्पीरियंस से जुड़ी खोजें…
सबसे पहले जानिए गरुड़ पुराण के बारे में
- हिन्दू धर्म में 4 वेद और 18 पुराण हैं। इन ग्रंथों में देवी-देवताओं से जुड़ी सभी कहानियाँ हैं। इनमें से एक है गरुड़ पुराण।
- गरुड़ पुराण में विष्णु जी और उनके वाहन गरुड़ के बीच पूछे गए सवाल-जवाब हैं।
- गरुड़ देव ने भगवान के जन्म-मृत्यु, पुनर्जन्म, आत्मा, यमलोक, स्वर्ग-नरक, वैतरणी नदी, पाप-पुण्य, स्वर्ग, कर्म आदि विषयों के बारे में बताया है।
- सिद्धांत यह है कि घर-परिवार में किसी की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण का पाठ करने से मृत्यु वाले की आत्मा को शांति मिलती है।
- इस पुराण को पढ़ने से हमें भी जीवन और मृत्यु से जुड़ी सभी धार्मिक बातें दिखाई देती हैं।
अब जानिए गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु के बाद आत्मा कैसी है यमलोक…
स्रोत – गरुड़ पुराण
विशेषज्ञ – पं. मनीष शर्मा। पिता डॉ. किसिंजर, कैथोलिक चर्च। काजी हिफजुर रहमान, मज़हबी।
स्क्रैच – संदीप पाल
ग्राफ़िक्स – असली शर्मा