फवाद खान और माहा खान स्टारर फिल्म सीरीज ‘हमसफर’ को जल्द ही भारत में स्टेज करने की तैयारी की जा रही है।
यह फिल्म निर्माता महेश भट्ट का इनीशिएटिव है। इसके लिए उन्होंने पाकिस्तान के हम टीवी के प्रतिभाशाली प्रमुखों और सीईओ मोमिना दुराद से बातचीत की और उनकी सहमति ली।
इस स्टेज एडॉप्शन को भारत-पाक कोलेबोरेशन के अंतर्गत शामिल किया गया है जिसका उद्देश्य कलाकार और कल्चर को प्रमोट करना है।
पहला टीवी शो ‘हमसफर’ साल 2011 में हम टीवी पर टेलीकास्ट हुआ था। (बाएं से राइट) माहा खान, फवाद खान और नवीन वकार जैसे कलाकार लीड रोल में नजर आए थे।
इस बारे में दैनिक भास्कर से बात करते हुए थिएटर और फिल्म अभिनेता इमरान जाहिद ने अधिक जानकारी दी। जाहिद इस प्ले के प्रेजेंटर और नाज़ुक हैड भी हैं।
दोनों नमूनों में प्रोजेक्ट को लेकर सहमति
इमरान ने बताया, ‘हम पाकिस्तान के हम टीवी से ‘हमसफ़र’ के स्टेज एडॉप्शन रिस्ट्स हासिल करने के लिए संपर्क किया था। हम अभी मोमिना दुरैड से इस बारे में बात कर रहे हैं। वो इस शो के क्रिएटर भी थे। दोनों पक्षों ने इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है।’
हाईकोर्ट के फैसले के बाद भट्ट साहब ने फैसला लिया
इमरान ने आगे कहा, ‘हम भट्ट साहब के साथ खेलते रहते हैं। पहले भी हमने ‘मिलने दो’ नाम से एक प्ले करने की कोशिश की थी, उस वक्त ऐसे हालात नहीं थे कि उसे किया जा सके। अभी कुछ वक्त पहले हाई कोर्ट का फैसला आया था कि किसी भी तरह के आर्ट और कल्चर पर हमें बैन नहीं लगाना चाहिए। तो फिर भट्ट साहब के सेशन पर हमने टीवी के साथ ब्रेकअप कर लिया।’
फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ अभिनेता इमरान जाहिद।
हम टीवी की फाउंडर से बात करते हैं
हम टीवी के प्रेसिडेंट और फाउंडर सीता शेखावत से बात करते हैं। फिर हमने उन्हें अपना कॉन्सेप्ट बताया कि हम इसे किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधि नहीं बल्कि सिग्नेचर प्ले के तौर पर करना चाहते हैं। भट्ट साहब का मकसद है कि इससे दोनों देशों के बीच कल्चरल एक्टिविटी को बढ़ावा मिले।
मोमीना दुरैड और भट्ट साहब का इनीशिएटिव है: इमरान
फिर हमने उनकी टीम से लेकर काफी डिटेल में बात की कि इसे कैसे प्ले किया जा सकता है। किस तरीक़े से उनकी इनवॉल्वमेंट वैल्युएबल होगी।
अंत में हमने इस शो की अनमोल मोमिना दुरैड से बात की। तो कुल मिलाकर यह प्रयास मोमिना दुरद और भट्ट साहब की ही है।
निर्माता हम समय-समय पर इसके लिए कुछ फ़ॉर्मेलिटीज़ फॉर्म तैयार करते हैं। जैसे ही वो पूरा हो म्यूजिक तो हम क्लासिकी अनाउंस करेंगे। हम इस नाटक को देश में 5 जगहों पर परफॉर्म करेंगे।
‘हमसफर’ की निर्माता और हम टीवी की सीईओ मोमिना दुरैद।
उम्मीद है कि इससे जुड़ें रसायन शास्त्र जाय
उम्मीद है कि इस नाटक से एक गुप्त संदेश जारी किया जाएगा क्योंकि भट्ट साहब का कहना ऐसी ही है, कोई भी कल्चरल एक्टिविटी नहीं है जो दोनों देशों को बांधे वो हमेशा के लिए तैयार हैं। इस नाटक को भी महेश भट्ट ही प्रस्तुत करेंगे।’
पिछले साल हाई कोर्ट ने बैन हटा दिया था
पिछले साल एक ऐतिहासिक जजमेंट में बॉम्बे हाई कोर्ट ने भारतीय नागरिकों, सहयोगियों और कलाकारों के साथ काम करने पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था। डॉन के अनुसार, एक डिविजन बेंच ने कहा कि इस याचिका में कोई दम नहीं है और सांस्कृतिक सद्भाव, एकता और शांति को बढ़ावा देने का रोडा साबित होगा।’
उच्च न्यायालय द्वारा खारिज की गई याचिका के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस याचिका को खारिज करते हुए इस मुद्दे पर गंगा को छोटी सोच न रखने की सलाह दी थी।
आतिफ असलम, माहा खान, फवाद खान और अली जफर समेत पाकिस्तान के कई कलाकार बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
2019 में पाकिस्तान के कलाकारों के भारत में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था
हाई कोर्ट का यह कदम ‘हमसफर’ के स्टेज प्रोडक्शन की घोषणा में विशेष रूप से महत्वपूर्ण ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत में अभिनय और कलाकारों के काम पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
इससे पहले, 2016 में भी इंडियन मूवी पिक्चर्स एसोसिएशन ने दोनों देशों के बीच तनाव के कारण फिल्म अभिनेताओं, गायकों और दिग्गजों को भारत में काम करने से प्रतिबंधित कर दिया था।