पुणे टेस्ट के दूसरे दिन भी स्पिनर्स का नाम रहा। न्यूजीलैंड ने भारत को पहली पारी में 156 रन पर समेट दिया। मिशेल सेंटनर ने 7 और ग्लेन फिलिप्स ने 2 विकेट लिए। कीवी टीम को पहली पारी के आधार पर 103 रन की बढ़त मिली। दूसरी पारी में उन्होंने 5 विकेट खोकर 198 रन बनाए। यानी न्यूजीलैंड की कुल बढ़त 301 रन हो गई है.
दिन के पहले ओवर में अंपायर्स कॉल से गिल आउट होने से बचे, यशस्वी टीम के मैनेजर ब्लंडेल ने कैच आउट, ओहियो को दो ओवर में 2 जीवनदान मिले दिन के यादगार पल रहे। आगे पढ़ें ऐसे ही टॉप-8 मोमेंट्स…
1. पहले ओवर में अंपायर कॉल से बच गई गिल
रिप्ले दृष्टि के बाद न्यूजीलैंड के खिलाड़ी के खिलाफ गिल की अपील।
दिन के पहले ही ओवर में शुभमन गिल आउट होने से बच गए। उन्हें अंपायर्स कॉल ने बचा लिया। मिशेल सैंटनर की ओवर की तीसरी बॉल गिल के पैड पर लगी। सेंटनर ने अपील की, लेकिन फील्ड अंपायर ने इसे दोषी ठहराया। ऐसे में कीवी कैप्टन लैथम ने डीआरएस लिया। रिप्ले में दिखाया गया है कि गेंद पर कोई फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन पैरों के हिस्सों के बाहरी हिस्सों को नुकसान पहुंच रहा था। ऐसे में गिल अंपायर्स कॉल से बच गए।
इसके बाद 22वें ओवर में यशस्वी खिलाड़ी और शुभमन गिल ने फिफ्टी राजभवनशिप पूरी की, लेकिन मिशेल सैंटनर ने इसमें हिस्सेदारी ही बना ली। सेंटनर ने गिल को 30 रन पर एलबीडब्ल्यू आउट किया।
2. एडवेंचर को जीवनदान, ब्लंडेल से कैच छूट
यशस्वी खिलाड़ी 30 रन बनाकर आउट हुए।
भारतीय पारी के 18 वें ओवर में यश गोस्वामी को जीवनदान मिला। मिशेल सेंटनर के ऑफ एसिमेंट्स के आउटसाइड लेक रूम में टॉम ब्लंडेल के पास है, लेकिन वे इस कैच को पकड़ नहीं पाए।
इसके बाद 27वें ओवर में यशस्वी खिलाड़ी 30 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें ग्लेन फिलिप्स ने डेरिल मिशेल के हाथों से पकड़ लिया।
3. फुल बॉल्स पर बोल्ड हुए कोहली
सेंटनर ने कोहली को बोल्ड किया।
24वें ओवर में भारत ने अपना तीसरा विकेट गंवाया। विराट कोहली एक रन बनाकर आउट हुए। उन्हें मिशेल सैंटनर ने बोल्ड कर दिया। यहां कोहली सेंटनर की फुल टोन बॉल को समझ नहीं आया और फ्लिक करने की कोशिश बोल्ड हो गई। विराट आउट होने के बाद खुद से निराश हो गए।
4. सरफराज खान का कैच डेरिल मिशेल से छूटा
सरफराज को 1 रन पर डेरिल मिशेल ने जीवनदान दिया।
28वें ओवर के अंश में डेरिल मिशेल ने सरफराज खान को जीवनदान दिया। यहां सेंटनर को आउट डोर फुल बॉल को सरफराज ने डिफेंड किया। बॉल, बैट का बाहरी भाग लेकर विवरण दिया गया। मिशेल ने सामने दी साइड डाइव, लेकिन कैच पूरा न कर सके। इस समय सरफराज 1 रन पर थे.
इसके बाद सरफराज 34वें ओवर में 11 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें मिशेल सैंटनर ने ही विलियम ओरुर्क के हाथों पकड़ लिया।
5. ईसा मसीह को दो ओवर में 2 जीवनदान
- लैथम के डीआरएस न लेने से गतिरोध को जीवनदान
कीवी टीम ने इलेक्ट्रिक को डीआरएस न लेकर जीवनदान दिया।
पारी के 40वें ओवर में सैंटनर की गेंद पर बाजी मारी गई। यहां फुल लेंथ बॉल को बास्केटबॉल ने डिफेंड किया। बॉल ने पिच से एक्स्ट्रा बाउंस लिया और बैट से पैड पर लगी। पास में स्थित ग्लेन फिलिप्स ने आगे की तरफ डाइव रैक पर शानदार कैच लिया।
न्यूजीलैंड की टीम ने अपील की लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। न ही कैप्टन टॉम लैथम ने डीआरएस लिया। इस तरीके से साजो-सामान को जीवनदान मिला।
- डीआरएस लेकर बेस्ट लैपटॉप
रियल एस्टेट 38 रन बचे आउट हुए।
41वें ओवर में क्रांतिवीर को इस पारी में दूसरी बार जीवनदान मिला। लेफ्ट ऑर्म स्पिनर स्पेनल की दूसरी गेंद उनके पैड पर लगी। जिस पर अपील के बाद फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। ऐसे में बास्केट ने डीआरएस लिया और रिप्ले देखने से पता चला कि बॉल ने सबसे अच्छा फ्लो लिया था।
6. सैंटनर ने एक ओवर में दो विकेट झटके
मिशेल सैंटनर ने 7 भारतीय बंदरगाहों की खोज की।
44वें ओवर में भारत ने दो विकेट गंवाए। पहली गेंद पर मिशेल सैंटनर ने रिवाइवल सुपरमार्केट (38 रन) को LBW किया। फिर आखिरी गेंद पर आकाश दीप ने बोल्ड कर दिया। उन्होंने 19.3 ओवर में 53 रन, 7 विकेट लिए। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन (4 रन), सरफराज खान (11 रन), विराट कोहली (एक रन) और शुभमन गिल (30 रन) और सलामी बल्लेबाज (शून्य रन) को भी जोड़ा।
7. अंपायर्स कॉल्स से बच लैथम
टॉम लैथम ने 86 रन की पारी खेली।
5वें ओवर में न्यूजीलैंड के कैप्टन टॉम लैथम अंपायर्स कॉल के कारण आउट हो गए। रविचंद्रन अश्विन की बॉल लैथम के पैड पर लगी। उन्होंने अपील की, लेकिन फील्ड अंपायर ने इसे स्वीकार कर लिया। ऐसे में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने जॉइनर के जोर देकर डीआरएस लिया। यहां रिप्ले में पता चला कि बॉल लेग्स स्टूडियोज को छूकर जा रही थी।
8. पंत से कैच छूट
टॉम लैथम को 49 रन पर ऋषभ ने जीवनदान दिया।
न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के 28वें ओवर में श्रीकांत ऋषभ पंत ने सुंदर की बॉलिंग पर कैच पकड़ लिया। यहां कीवी कैप्टन टॉम लैथम जूनियर बॉलर डिफेंसिव हो गए। बॉल बैट ने बाहरी किन्नर को लिया और पंत के पास। पंत बॉल को पकड़ नहीं मिली और आसान-सा मौका गंवा दिया।
इस समय टॉम लैथम 49 रन पर थे। इसके अगले ही बॉल पर उन्होंने अपने टेस्ट बल्लेबाजों की 30वीं हाफ सेंचुरी पूरी की।