एशियाई ओलिंपिक काउंसिल की बैठक में बाईं ओर से सबसे पहले जापान, बीच में रणधीर सिंह और आखिरी में मनसुख मांडविया।
44वीं एशियाई ओलंपिक काउंसिल की बैठक में खेल प्रशासक रणधीर सिंह को पहले भारतीय राष्ट्रपति के रूप में चुना गया। पूर्व भारतीय राजनयिक रणधीर सिंह को खेल मंत्री मनसुख मांडविया और एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष अधिकारियों को OCA का अध्यक्ष बनाया गया।
इस दौरान खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम 2030 में होने वाले युवा ओलंपिक खेलों की बोली लगाने जा रहे हैं, लेकिन हमारा ध्यान 2036 ओलंपिक की मेजबानी पर है।
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने सभा में कहा- 2030 में होने वाले युवा ओलिंपिक खेलों के लिए भारत प्रयास करना चाहता हूं।
महासभा की बैठक पर गर्व :
पीटी उषा भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- 44वें ओलिंपिक काउंसिल ऑफ एशिया के समागम के सदस्य के रूप में आज आपका व्यक्तिगत रूप से खड़ा होना बेहद सम्मान और प्रतिभा की बात है… भारत ने हमेशा ओलिंपिक में भावना खेल का सम्मान किया है। हमें नई दिल्ली में इस महासभा की सदस्यता लेने पर गर्व है।
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा सभा ने की सराहना।
मोदी जी के नेतृत्व में हमने वर्ल्ड कप का आयोजन किया: जापान का उत्सव
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और भाजपा अध्यक्ष जापान के अध्यक्ष ने कहा, मोदी जी के नेतृत्व में हमने क्रिकेट विश्व कप, फुटबॉल सहित कई अंडर-17 विश्व कप का आयोजन किया। युवा ओलिंपिक 2023 की खेलों में भारत के अलावा पेरू, कोलंबिया, मेक्सिको, इंडोनेशिया, मंगोलिया, रूस, यूक्रेन, बोस्निया और हर्जेगोविना की दौड़ भी शामिल हैं।
भाजपा अध्यक्ष पार्टिसिपेंट भी महासभा में शामिल हुए।
एशियाई खेलों में रणधीर ने ट्रिपल मेडल जीता
पंजाब के पटल के 77 साल के रणधीर लंबे समय से खेल से जुड़े हुए हैं। उनके परिवार के कई खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है। रणधीर के चाचा महाराजा यादविन्द्र सिंह ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला और IOC के सदस्य थे। उनके पिता भलिन्द्र सिंह भी फर्स्ट क्लास खिलाड़ी थे और 1947 से 1992 तक IOC के सदस्य थे। चार एशियाई खेलों में भाग लेने वाले रणधीर ने 1978 में ट्रैप चैंपियनशिप में गोल्ड, 1982 में ब्रॉन्ज़ और 1986 में सिल्वर जीता। उन्होंने कनाडा के एडमोंटन में 1978 के राष्ट्रीय खेलों में भी भाग लिया।
खेल प्रशासन में अनुभव चल रहा है
रणधीर ने 1987 में खेल प्रशासन में प्रवेश किया, जब उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का महासचिव नियुक्त किया गया और वह 2012 तक इस पद पर रहे। उन्हें 1987 में स्पोर्ट्स स्पोर्ट्स ऑफ इंडिया का सदस्य बनाया गया। वे इस पद पर 2010 से अब तक रहे। रणधीर 2010 के दिल्ली नेशनल गेम्स के लिए इवेंट कमेटी के उपाध्यक्ष भी थे।
रणधीर को 1991 में ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) का काफिला बनाया गया था। वे 2015 तक इस पद पर रहे। इसके बाद रणधीर को OCA का अध्यक्ष बनाया गया। रणधीर 2001 से 2014 के बीच IOC के सदस्य भी रहे।
44वीं एशियाई ओलिंपिक परिषद की बैठक के दौरान सभी देशों में।