Guru Pushya Nakshtra 2024 worshipping
दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र काफी खास माने जाते हैं। खरीदारी और पूजा-पाठ के अवलोकन से जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार रहता है तो यह महत्वपूर्ण है और अधिक वृद्धि होती है। जानिए आज कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं…
मज़बूरी के ज्योतिष पंचाचार्य. मनीष शर्मा के अनुसार गुरु पुष्य नक्षत्र पर शंखनाद और उनकी पूजा करने की परंपरा है। इस दिन पवित्र पर दक्षिणाविद्या शंख की पूजा करनी चाहिए। शंख तीन प्रकार के होते हैं। वामविद्या, दक्षिणाविद्या और मध्यविद्या। वामविद्या शंख का मुख हमारे बाएं हाथ की ओर होता है। दक्षिणाविद्या शंख का मुख हमारे दाहिने हाथ की ओर होता है। मध्यविद्या शंख का मुख बीच में होता है। इन तीन तीर्थों में दक्षिणावर्ती शंख बहुत ही खास है, इसे लक्ष्मी पूजा में भी रखना चाहिए। दक्षिणाविद्या शंख से महालक्ष्मी और विष्णु जी का अभिषेक करना चाहिए।