Gold finance stocks

Gold finance stocks: बुलियन मार्केट में दावावसूली का गोल्ड रिकॉर्ड ऊंचा हो गया। अपने इस फ़ाइनल में गोल्ड ने स्टॉक मार्केट में गोल्ड फ़ाइनेंस के स्टॉक्स को भी तोड़ दिया। मुथूट फाइनेंस के शेयर इंट्रा-डे में 5.07% टूटकर बीएसई पर ₹3108.00 (मुथूट फाइनेंस शेयर प्राइस) तक जारी रहे। यह लगातार तीन दिनों से चल रहा है और इस दौरान इसमें करीब 7% की गिरावट आई है। इसके अलावा मणप्पुरम फाइनेंस का भी शेयर इंट्रा-डे में 2.88% टूटकर ₹277.90 पर चला गया। सोने की बात करें तो इसकी चमक लगातार तीसरे दिन फीकी हुई है और इसमें गिरावट के बाद तेजी का माहौल बना हुआ है। वैश्विक स्तर पर सोना अब $4000 से नीचे प्रति शेयर की दर से बढ़ रहा है। पिछले दिन आज मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर 2.41% टूटेकर ₹279.25 और मुथुट फाइनेंस के शेयर 2.94% टूटेकर 3177.70 पर बंद हुए हैं।
गोल्ड की फ़ाइनल से लेकर गोल्ड फ़ाइनेंस के शेयरों को झटका क्यों?
सोने की कीमत में गिरावट से गोल्ड फाइनेंस कंपनी पर तगादा दबाव बना, क्योंकि कोलैटरल के शेयरों में गिरावट आई, जिससे लोन की गिरावट पर असर पड़ा। यह बड़ी वजह रही गोल्ड फाइनेंस कंपनी के स्टॉक को झटका। हालाँकि आरंभिक दावावसूली के बाद गोल्ड संभल गया और उसके बाद रिकवर लगे। हालाँकि इसके बावजूद स्पॉट गोल्ड 0.5% फ़ार्म बना हुआ है।
सोने की सेहत कैसी है?
एंजेल वन के प्रमुख टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटीज एंड केसीज) तेज शिग्रेकर (तेजस शिग्रेकर) का कहना है कि गोल्ड में रिकॉर्ड 385 अंकों की ऊंचाई से है यानी 8% की गिरावट इसके ओवरबॉट जोन में प्रवेश के बाद में ट्रेंड रिवर्सल का संकेत है। फास्टस के अनुसार सोमवार को यह भाव पर बंद हुआ था, वह मंथली लेवल पर इसके लिए अब तक का रिकॉर्ड आरएसआई (रिलेवेटिव स्ट्रेंथ जिस्स) रख रहा है जो इसकी तेजी की गति के कम होने और करेक्शन का दौर है शुरू होने का संकेत दे रहा है।
भारत में अब फेस्टिव सीजन खत्म होने जा रहा है, ऐसे में अब फीमेल गोल्ड की मांग में कमी आने की उम्मीद है जिससे इसकी कीमत घट सकती है। तेजस का मानना है कि नवंबर और दिसंबर में सोने का भाव और गिरावट का खतरा है। उनका मानना है कि निवेशकों की धारणा बदल गई है और व्यापारी ऑप्शंस में अपना दांव बढ़ा रहे हैं, जिससे आने वाले महीनों में लगातार मंदी का खतरा बना हुआ है।
वैसे बता दें कि पेट्रोलियम उत्पादों में गिरावट के बावजूद सोने का भाव अभी भी इस साल की शुरुआत से अब तक 55% मजबूत बना हुआ है। इस बात से समर्थन मिला है कि अमेरिकन फेडरल रिजर्व इस साल 2025 के आखिरी तक कम से कम 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती कर सकता है।
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