BJP MP Kangana Ranot
हिमाचल के अनादिवासी राणोट विक्टरी का साइन सागर तट।
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा मिनिमल व अभिनेत्री कंगना रनोट मंगलवार को हरियाणा के उपनगर। वह चरखी दादरी में अपने भाई के मुस्लिमों के कार्यक्रम में दीक्षा लेने आई। इस दौरान उन्होंने दादरी के बाजार में खरीदारी की।
उनके साथ उनकी बहन रंगोली, भाभी और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। यहां उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। वह जिस ओर गई उसी ओर भीड़ देखने को मिली। न्यूड ने खरीदारी के बाद बाला वाला मंदिर में पूजा की। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से भी बात की। गाड़ी में बैठने के बाद विक्टर सिने का प्रदर्शन।
दादरी के बाज़ार में महिलाएँ सेमिनेटेड न्यूनतम काँग रनोट।
आज रात दादरी में माधवानी कंगाल रनोट
वह आज रात यही मशीनरी। सुबह-सुबह निकलें। जंकांगन और उनके परिवार का विवरण है, वहां सुरक्षा कड़ी की गई है।
बता दें कि नाबालिग के भाई का मुस्लिम चरखी दादरी के खेड़ी बत्तर गांव में है। इस गांव में रहने वाली ऋतु की शादी कांगो के भाई से हुई है।
बाला वाला मंदिर में पूजा करने के बाद बाहर अति अल्पसंख्यक डेमोक्रेट कांगो रनोट।
कृषि फार्म पर दावा रिपब्लिकन से कम्युनिस्ट पार्टी में
अभी हाल ही में भाजपा न्यूनतम कृषि विधानमंडल को लेकर राष्ट्रवाद में आई जगह पर बयान दिया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया (एक्स) पर वीडियो रिलीज कर 3 कृषि कानूनों को लागू करने की मांग को रद्द कर दिया। जिस पर उनका विरोध हुआ।
यही नहीं बीजेपी ने भी अपना यह बयान काउंट से लिया था। इसके बाद कैंट रनोट ने माफ़ी मांग ली थी।
कन्ना बोलीं- मेरी इस बात से बहुत लोग निराश हैं, मुझे दुख है
जानिए क्या है पूरा मामला…
23 सितंबर:राकांपा रनोट ने कहा- किसानों के हितकारी कानून को वापस लेना चाहिए
2 दिन पहले ही हिमाचल में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए कंगा ने 3 कृषि कानूनों को लागू करने की बात कही थी। कन्न ने कहा कि जो किसान हैं, जो रोके हुए हैं, उन्हें वापस आना चाहिए। किसानों को अपना खुद का सामान बेचना चाहिए। हमारे किसानों की समृद्धि में ब्रेक न लगे।
हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ (मजबूतियों के स्तंभ) हैं। वे स्वयं अपील करें कि हमारा त्रिस्तरीय संस्थान लागू हो जाये। हमारे कुछ राज्यों ने इन विधायकों को लेकर सादृश्य कलाकार था, उसके हाथ का जोड़ विनती करता है कि अंत में वापस आना चाहता है। बता दें कि नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने 14 महीने के किसान आंदोलन के बाद ये कानून वापस लिया था।
4 प्रतिक्रिया पर कांके का बयान…
1. बीजेपी का बयान, बोली- हम बयान का खंडन करते हैं
बीजेपी प्रचारक गौरव भाटिया ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर बीजेपी के 3 कृषि विधायकों का बयान दिया जा रहा है। ये कानून पहले ही वापस जा चुका है। मैं बिल्कुल स्पष्ट कहना चाहता हूं कि यह बयान कंगाल रनोट का व्यक्तिगत है। बीजेपी की ओर से कंगना के लिए ऐसा कोई बयान देने का अधिकार नहीं है, और न ही उनका बयान पार्टी की सोच है। इसलिए, उस कथन का हम खंडन करते हैं।’
मीडिया से बातचीत के दौरान दी गई पुष्टि। इसके बाद भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने वीडियो जारी कर कांकण के बायन का खंडन किया।
2. नामांकन बोली- ऐसे नामांकन से बीजेपी और एनडीए की छवि खराब होती है
बीजेपी के सहयोगी दल भी कंगाल के बयान से नाराज़ दिख रहे हैं। दल जनता यूनाइटेड (जेडीयू) नेता केसी स्टार ने कहा कि कांगो आखिरकार किसकी मदद कर रही हैं। आज हरियाणा में कई जगहों पर उनके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। वह हमेशा लाइमलाइट में रहने के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे दस्तावेज़ से बीजेपी और एनडीए की छवि खराब होती है।
3. किसी भी कांग्रेस की चुनौती, 3 काले विधायकों को अपनी ताकतों में वापस नहीं लाना
हरियाणा कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी फिर से 3 कृषि कानून वापस लेने का प्लान बना रही है. किसान कांग्रेस के साथ हैं। बीजेपी होने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जोर लगा लिया, ये कानून लागू नहीं होगा। इसके अलावा एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस सांसद दीपेंद्र मल्होत्रा ने मंच से कांग्रेस को चुनौती दी है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के सांसद कंगना रनौत का कहना है कि 3 कृषि कानून लागू करने का समय आ गया है. हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी तो ये 3 काले कानून लागू होंगे। मैं चुनौती देता हूं, हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और कोई ताकत नहीं है जो 3 काले कानूनों को फिर से लागू करवा सके।’
4.अकाली दल के नेता बोले-भाजपा-कंगना को पार्टी से बाहर निकाला
पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने तो बीजेपी सेंकाना को पार्टी से बाहर निकाला और उन पर नैशनल एक्ट (एनएसए) बनाने की मांग की थी। वहीं, पंजाब में कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि बीजेपी अपने किसान विरोधी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने सरकार से परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड की मांग रखी थी।
किसानों को लेकर 2 बार पहले बयान भी देवांगना…
दैनिक भास्कर के साक्षात्कार में कंगना ने कहा कि किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुआ।
पहला बयान- महिला किसान पर टिप्पणी किसान आंदोलन के बीच कंगना रनोट ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला मशहूर बिलकिस दादी हैं, जो रॉयलन बाग के प्रदर्शन में थीं। जो 100 रुपये लेकर उपलब्ध है। हालाँकि, बाद में कैनन ने पोस्ट को डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया उपभोक्ताओं ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। इस एक्ट्रेस की बेब में घिर गई थी।
दूसरा बयान- किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुआ अगस्त में भास्कर के विवरण में कैनन ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैलाई जा रही थी। रेप और हत्याएं हो रही थीं वहां। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया गया। किसान बिल वापस ले लिया गया, बाकी इन उपद्रवियों की बहुत लंबी रचना थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे।