3 दिन पहले
- लिंक
करुणा, मैत्री जैसी जड़ें हमें पवित्र, तीक्ष्णतावान और दिव्य बनाती हैं। हम इन भावनाओं के कारण महानता की ओर बढ़ रहे हैं। जीवन एक यात्रा है और हमें उच्चता की ओर यात्रा करनी चाहिए। उन बातों से बचना है जो हमें लगातार नीचे की ओर झुकाते हैं। लालच और आकर्षक आकर्षणों की वजह से हम उन नीवों को पाने की कोशिश करते हैं, जिनमें स्थायी सुख नहीं है। इसलिए बुरे लोगों से सलाह। हमारा विचार अच्छा होगा तो हम श्रेष्ठता की ओर बढ़ेंगे।
आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अजितानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए जीवन में नई ऊंचाई तक कैसे पहुंचा जा सकता है?
आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर दिए गए फोटो पर क्लिक करें।
खबरें और भी हैं…