Actress Shasirekha, whose decapitated body was found in the dustbin
आज अनसुनी दास्तान में हम आपको कहानी सुनाने जा रहे हैं साउथ एक्ट्रेस शशि रेखा की। हीरोइन बनने का ख्वाब देखने वालीं शशि रेखा मशहूर होना चाहती थीं। वो चाहते हैं कि हर किसी की जंप पर उनका नाम हो। ऐसा भी हुआ, साल 2016 में हर तरफ शशि रेखा का ज़िक्र था, लेकिन किसी फिल्म के लिए नहीं बल्कि उनकी सिरकटी निधन मुलाकात से।
साल 2016 की बात है, चेन्नई के पॉलपक्कम के सुनसान इलाके में बने एक लिबरेशन शहर में पुलिस को एक सिरकटी मौत मिल गई। करीब एक महीने तक पुलिस ने जी-झूठ की कोशिश की, लेकिन मृतक की पहचान सामने नहीं आई। इस बीच साउथ एक्ट्रेस शशि रेखा के परिवार वाले उनसे संपर्क न हो पाने को लेकर चिंतित थे।
जब शशि रेखा की कोई खबर नहीं मिली, तो ऐजेल ने अपनी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करा दी। जब वह मिसिंग कंप्लीट डीटेल्स वह सिरकटी डेथ से मिलाई गई तो सामने आया कि डेडन में मिली वो डेथ किसी और की नहीं बल्कि एक्ट्रेस शशि रेखा की थी।
डीटेल्स का मैच होता ही पूरी साउथ इंडस्ट्री में जारी। हर किसी का सवाल था कि आखिर हीरोइन एक के साथ ऐसी कैसे होगी। फिर कातिलों की खोज के लिए शुरू हुई जांच में जो वैज्ञानिक रहस्य सामने आए, उनमें से कई मायनों में सहरान का जन्म कर देने वाले थे।
आज अनसुनी दास्तां के 3 चैप्टर में पढ़ें साउथ एक्ट्रेस शशि रेखा के आदर्श और शोका ले जाने वाले ओपनसन की प्यारी कहानी-
शशि रेखा तमिल सिनेमा की एक उभरती हुई कलाकार थीं। चांद छोटे-मोटे रोल के बाद उन्हें साल 2016 में रिलीज हुई तमिल फिल्म नलाई मुढल कुदिक्कन में काम मिला था। शशि रेखा ने फिल्मों में आने के बाद एक बिजनेसमैन से शादी की थी। इस शादी से उन्हें एक बेटा हुआ। हालांकि चांद सांझ में ही ये शादी टूट गई और शशि रेखा अपनी फिल्मी दुनिया में शामिल हो गईं।
वो तलाक के बाद चेन्नई के मदिपक्कन सबअर्बन इलाके में अपने बंगले, दो बच्चे और 8 साल के बेटे के साथ रहते थे।
शशि रेखा ने 2016 की तमिल फिल्म नलाई मुधल कुडिक्का मट्टन में काम किया था।
लगातार फिल्मों में काम करते रहे एक रोज शशि रेखा की आर्किटेक्चरल कंपनी वाले शंकर से हुई। शंकर अपनी कंपनी के माध्यम से न्यूकमर्स को तमिल सिनेमा में काम करते थे। काम के सिलसिले में हुई दोस्ती, दोस्ती में दोस्ती हो गई और समय के साथ दोनों एक-दूसरे को साझा करने लगे।
शशि रेखा की तरह ही शंकर भी पहले से थे पितृ। हालांकि साल 2011 में इकोनॉमिक तंगी की पत्नी और उनके माता-पिता ने सुसाइड कर ली थी। लगातार संबंधित मुलाकातों के बीच शशि रेखा को शंकर में हमसफ़र नज़र आया। चांद सामीरात तक के अधिकार में रहने के बाद गोपाल ने साल 2015 के अगस्त में कोर्ट में कदम रखा।
शादी के बाद शशि रेखा, शंकर के साथ मदिपक्कम स्थित घर में शिफ्ट हो गईं। शंकर ने शशि रेखा के बेटों को भी अपने साथ ही रखा था।
शशि रेखा और शंकर की गैदरुअल लाइफ चंद माह में ही प्रिंसिपल ड्रीम में हो गई। उनकी गर्लफ्रैंड लाइफ में लवकिया की एंट्री हुई। 22 साल की लवकिया, केरल के एक छोटे से शहर से दक्षिण सिनेमा में पहचान बनाने वाला शहर। काम की तलाश में उनसे मुलाकात करते हुए 36 साल (2015 में) के शंकर से हुई, जो कि स्थिर कंपनी बनी हुई थी। उन्होंने लवकिया का क्रोमियम कर अपना पोर्टफोलियो तैयार किया, उनकी मदद से उन्हें कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी मिले।
पिछले कुछ समय से लवकिया और शंकर के पिता में शामिल हुए, जिसका सीधा असर शशि रेखा की अंतिम जिंदगी पर पड़ा।
चंद महीनों में ही लवकिया के साथ रहने के लिए शंकर ने शशि रेखा को घर से निकाल दिया। परिवार चलाने से शशि रेखा अपने परिवार के पास लौट आई, लेकिन पति का ऐसा रिश्ता बाहर से निकल गया। वो आए दिन शंकर के घर के बाहरी इलाके में स्थित द्वीप। इस दौरान कई बार उनके बीच तीखी नोकझोंक हुई। ऐसा भी हुआ जब शंकर की गैरमौजूदगी में शशि रेखा ने लवकिया से उनके घर का झगड़ा करवाया।
जब इन सबके बाद भी शंकर, शशि रेखा के साथ बने रहने के लिए राजी नहीं हुए, तो शशि रेखा ने नवंबर 2015 में मडिपक्कम पुलिस स्टेशन में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई और कई संगीन आरोप लगाए।
दर्ज की गई याचिका के बाद शशि रेखा और शंकर को चित्रित करने के लिए कहा गया था। सिद्धार्थ में दोनों की गंभीर बहस छिड़ गई, लेकिन समझाइश के बाद आखिरकार शंकर, शशि रेखा के साथ बने रहने के लिए राजी हो गए। दोनों ने साथ रहने के लिए कुंद्राथुर क्षेत्र के पास स्थित मदानंदपुरम में किराए का घर ले लिया था।
शशि रेखा की रोजमर्रा की जिंदगी में असफलता पर आ ही रही थी कि एक रोज की शूटिंग के लिए शशि रेखा घर ही नहीं लौटी। शंकर, जो पहले ही अपना अलग निर्णय कर चुके थे, उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं थी कि वो कहां चले गए। हालाँकि जब कई दिनों तक शशि रेखा से संपर्क नहीं हो पाया, तो वो चिंतित होने लगी।
करीब एक महीने बाद चेन्नई के बाहरी इलाके में स्थित रामापुरम, आईटी पार्क के पास स्थित लाडदान में एक सिरकटी की मौत हो गई। मौत का सिर नहीं था, पुलिसवाले की पहचान नहीं हो पाई। कई अखबारों और मुखबिरों ने इसकी सूचना दी, लेकिन नतीजे शून्य रहे।
इसी बीच शशि रेखा को उनके पैतृक, शंकर के घर की खोज की गई। शंकर ने अंतिम क्षणों में से पल्ला झाड़ लिया, जिससे परिवार वाले और नष्ट हो गए। आख़िरकार बेटी शशि की शिकायत रेखा की तलाश में उनकी कोठरी ने मडिकापक्कम पुलिस स्टेशन में उनके गुम्बशुदागी की प्रविष्टियाँ दर्ज कीं।
पूर्णता गायब होने के बाद जब पुलिस ने उसके डीटेल्स को चेन्नई के बाहरी इलाके में मृत पाया, तो सामने आया कि वह मृत शशि रेखा ही थी।
शव की पहचान होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले शक के खिलाफ उनके पति शंकर की हत्या की, क्योंकि कुछ दिन पहले ही उन्होंने शंकर की शिकायत दर्ज कराई थी। जब पुलिस ने शंकर की तलाश शुरू की तो वो अपने पूछताछ पर नहीं मिला। उसकी तलाश के लिए मुखबिरों की मदद ली गई। अंततः उनकी निशानदेही पर शंकर को शोलिनगल्लूर के एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया गया। अपराधी के दौरान अपार्टमेंट में उसके साथ एक महिला भी मौजूद थी, जो वो अपनी बहन को बता रही थी।
सबसे पहले शशि रेखा के पति शंकर से पूछताछ शुरू हुई। शंकर ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि शशि रेखा जनवरी में एक रोज की शूटिंग के लिए घर से निकली थी, लेकिन फिर वो वापस नहीं आया। मातृत्व जीवन में सबसे पहले ही दरार होने के बाद उन्होंने शशि रेखा को इस सृजन की कोशिश नहीं की थी कि शायद वो अपने परिवार के पास लौट आए थे।
जब शंकर से पूछताछ की गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। शंकर ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2015 में शशि रेखा ने अपने घरेलू हिंसा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। केस ख़त्म करने और पुलिस की समझ पर वो शशि रेखा को साथ रखने के लिए राजी थे। कुछ समय बाद उन्होंने शशि रेखा को इसके लिए राजी कर लिया कि बात उनके साथ-साथ एक ही घर में अपनी लवकिया को भी करने की है।
कुछ समय तक तीन एक ही घर में रहे थे। हालाँकि त्रि के बीच लगातार अनबन हो रही थी। शशि रेखा नहीं चाहती थीं कि शंकर, ड्राइवर लवकिया के साथ संबंध।
इसी बीच शशि रेखा गर्भवती हो गई। जब ये बात शंकर और उनकी गर्लफ्रेंड को पता चली तो दोनों के बीच दोस्ती शुरू हो गई, क्योंकि शंकर ने ड्राइवर से कहा था कि वो शशि रेखा को अपनी पत्नी नहीं बतातीं।
शंकर के आलोचकों से नाराज बढ़ने लगे तो वो इस बात का गुस्सा शशि रेखा पर कहते हुए उनके साथ असहमत होने लगे।
4 जनवरी 2016
रोज की तरह शशि रेखा, शंकर से उनके अफेयर को लेकर विवाद कर रही थी। इसी बात पर बहस इतनी बढ़ गई कि उन्होंने शशि रेखा को पछाड़ दिया। इस दौरान शंकर ने उनके सिर पर हमला कर दिया, जिससे वो सह-अस्तित्व में चले गए। इसके बाद शंकर ने पूरे होशो-हवास में अपने गॉलेंटकर की हत्या कर दी।
इस हत्या के दौरान शशि रेखा की डायरेक्टर लवकिया भी मौजूद थीं। लवकिया की मदद से शंकर ने शशि रेखा का सिर, धड़ से अलग कर दिया। उन्होंने शशि रेखा के धड़ घर की एक छड़ी में लपेटा और उसे शिष्य में छिपा दिया। शशि रेखा की मृत्यु के कुछ घंटों बाद दोनों ने मौका देखा ही उनके सिर लेकर घर से निकले, जहां उन्होंने कुंद्राथुर के नहर में फेंक दिया। बाद में उसके शव को कूड़ेदान में फेंक दिया गया।
शंकर की निशानदेही पर पुलिस ने शशि रेखा का सिरा नहर बरामद होने के बाद लंबे समय तक संघर्ष किया। जांच के दौरान पुलिस को शंकर से जुड़ी कई चौंकाने वाली सूचनाएं मिलीं। फ्रेंचाइजी कंपनी की स्थिति में शंकर गर्ल्स से फेवर मांगा गया था। वोमी और पोर्टफोलियो बनाने के नाम पर लड़कियों की तस्वीरें करवाता था, जिस पर वो गलत काम करता था। उन्होंने कई लड़कियों को सेक्स का गलत इस्तेमाल करने की धमकियां देते हुए ब्लैकमेल किया था।
साल 2011 में शंकर के कैसल और पहली पत्नी के आत्महत्या मामले में भी शंकर को संदिग्ध माना गया। आरोप था कि या तो उसने अपनी हत्या कर दी, जिससे उसने आत्महत्या कर ली या फिर उसने आत्महत्या के लिए उकसाया।
शशि रेखा से उनके रिलेशन की मदद से भी काम शुरू हुआ था, हालांकि उन्होंने कभी शशि रेखा की नहीं की। दर्ज की गई याचिका में शशि रेखा ने यह भी कहा था कि शंकर ने फिल्मों में काम के नाम पर लाखों रुपये ठगे और उनके बेटे का अपहरण कर लिया। इसी तरह उनका 14 साल का छोटा ड्राइवर लवकिया भी काम मीटिंग के दौरान ही उनके साथ रह रहा था। रमेश और उनके ट्रक पर हत्या के आरोप जेल में बंद हैं।