पैरालिंपिक मेडल विजेता के दौरान जोडी ग्रिनहैम प्रतियोगिता में दुनिया के पहले खिलाड़ी बने हैं। फोटो साभार: वर्ल्ड आर्चरी।
‘जब वो पैदा हुई तब उनके हाथों में उंगलियां नहीं थीं।’ ‘सिर्फ आधा अंगूठा था।’
अब उसी नामांकित निकोलस वाली ब्रिटिश आर्चर जोडी ग्रिनहैम ने पेरिस पैरालिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। पैरालिंपिक खेलों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी गर्भवती खिलाड़ी ने पदक जीता हो।
31 साल की ग्रिनहैम 7 महीने की गर्भवती हैं। वे 2 साल के बच्चे की मां भी हैं। ग्रिनहम प्रीमियर मैच के दौरान बच्चे की वजह से हार हुई, क्योंकि बच्चे के हिलने-डुलने से उन्हें बहुत परेशानी हो रही थी।
ग्रिनहैम ने जीत के बाद कहा- ‘यह आसान नहीं था. मेरे बच्चे ने किक मारना बंद नहीं किया है। मनो चिल्ला रही हो कि माँ तुम क्या कर रही हो? लेकिन मुझे पता था कि मैं प्रतिस्पर्धा कर सकता हूं। मैं आधा अच्छा शॉट लगा सकता हूं, छोटा अच्छा लगाऊंगी। ‘गर्भ में बच्चा हो या न हो, मैं मेडल जीत सकता हूं।’
ग्रिनहैम ने मेडल नोबेल ने कहा- उम्मीद है कि मेरी उपलब्धि कई अन्य महिलाओं को प्रेरित करेगी।
पिछले हफ्ते अस्पताल में बच्चे का जन्म होने से पहले पोडियम पहुंच गया था
पैरालंपिक में मेडल मेडल से पहले जोडी ने सप्ताहांत सप्ताहांत पेरिस के एक अस्पताल में प्रवेश किया था, क्योंकि उनका बच्चा हिल नहीं रहा था। उनके बच्चे के दिल की लगातार गिगरानी चल रही थी। इसके प्रशिक्षण के दौरान वे बच्चे के अचानक परिवर्तन के लिए भी तैयारी कर रहे थे। उन्होंने अब अपने बच्चे को बताया कि वह दुनिया में सबसे पहले पोडियम पर पहुंची थीं।
मेडल कन्फर्म के बाद ग्रिनहैम की आंखों में खुशियां आ गईं।
3 बार प्रेग्नेंट मां नहीं बनीं आशिक
ग्रिनहैम का इस पदक तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। वे 3 बार प्रेग्नेंट मां नहीं बनीं शिखर पर। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान एरोंडाजी करना शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी काफी कठिन होता है।
3 बार प्रेग्नेंट गायब, पर मां नहीं बनी शोकेस वैली ग्रिनहम।
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीता था
ब्रिटिश आर्चर ग्रिनहैम ने टोक्यो पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने रियो पैरालिंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
जोडी ग्रिनहैम ने लगातार तीसरा पैरालिंपिक पदक जीता है।